सफलता पाकर भूल मत जाना
सफलता पाकर भूल मत जाना
कभी इसी जमीं से सपने देखे थे शिखर के,
शिखर पर पहुँचे कर कहीं भूल मत जाना l
बड़ी मिन्नतें की हैं तुम्हारी कामयाबी के लिए
सफलता पाकर कहीं तुम बदल मत जाना l
शिखर पर पहुँचने के सपने अकेले देखे थे,
वापस जमीं पर आना है ये भूल मत जाना l
जिनके सहारे से पहुँचे हो उस शिखर पर,
उनके त्याग को कभी तुम भूल मत जाना l
बदल जाते हैं अक्सर लोग सफल होकर,
सफलता के प्रताप से तुम बदल मत जाना l
कभी इसी जमीं से सपने देखे थे शिखर के,
शिखर पर पहुँचे कर कहीं भूल मत जाना l