समय के संग यात्रा
समय के संग यात्रा
समय का पहिया तो चलता रहता है,
उसके मुताबिक दिन ढलता है,
और रात भी होती है,
पर उस पर जब एक लय से कोई काम करना चाहे,
तब वह तेज़ी से दौड़ता है।
लेकिन काम करने वाला अगर न थके,
तब समय को हार माननी पड़ती है
और उसे झुकना भी पड़ता है।
इसलिए बिना रुके आगे बढ़ते जाओ,
बढ़ने से ही हिम्मत आयेगी,
और हिम्मत से सफलता आयेगी।
