शत - शत नमन
शत - शत नमन
निश्छल भावों से ओतप्रोत,
रण में अविरत हैं डटे हुए
ना हारे हैं, ना हारेंगे
है निष्ठा उन योद्धाओं की
वास्तव में वे हैं शूरवीर
हम उनको शत-शत नमन करें !
देखो प्रवात के कण-कण में,
विष भरा है निर्मम दानव ने
हैं प्राण स्वयं के संकट में,
इस तथ्य से वे अनभिज्ञ नहीं
दे रहे हैं जीवनदान नया
रक्षक बनकर इस धरणी में।
वास्तव में वे हैं कर्णवीर
हम उनको शत-शत नमन करें !