श्रेष्ठ कर्मों का चमत्कार
श्रेष्ठ कर्मों का चमत्कार
सदा रहो प्रसन्नचित्त, प्रफुल्लित और आशापूर्ण
दिव्यता से भरपूर बनाओ अपना जीवन सम्पूर्ण
अपना एक भी दिन तुम साधारण नहीं बिताओ
कुछ अनूठा, अद्वितीय और विशेष करते जाओ
हर विशेष कर्म का लेखा परमात्मा को दिखाओ
अपने कर्मों से सन्तुष्ट होकर ही तुम सोने जाओ
भूलकर भी कोई व्यर्थ बात मन में तुम न लाओ
कल्याण समाया हो जिसमें वही विचार जगाओ
जैसी दुनिया हो तुम्हें पसन्द वही कर्म अपनाओ
अपनी इच्छा अनुसार संसार को बदलता पाओ
श्रेष्ठ कर्म करते हमारे जीवन में अद्भुद चमत्कार
इनके प्रभाव से ही बन जाता सुखमय ये संसार।
