शक्ति का नाम नारी है
शक्ति का नाम नारी है
कहते थे जिसको अबला
अब यह बात पुरानी है
दृढ़ साहस और शक्ति
का नाम ही नारी है।
तोड़ के पिंजरा बंदिशों का
खुले गगन में उड़ जाऊंगी
अपने पंख फैलाकर मैं
मंजिल तक पहुंच जाऊंगी
दुर्गा, लक्ष्मी, सरस्वती मां बनकर
जीवन सुखमय बनाऊंगी
फक्र है मुझको हूं मैं नारी
नारी का मान बढ़ाऊंगी