STORYMIRROR

NEETU GANPAT SURYAVANSHI

Inspirational Others Children

4  

NEETU GANPAT SURYAVANSHI

Inspirational Others Children

बाल किशोर युवा

बाल किशोर युवा

1 min
432


किलकारियों से भरा

हंसना खेलना मिट्टी के

घरोंदे बनाना

तोड़ने में खुश होना

किसी चीज या खिलोने


न मिलने पर रोना

वो बालपन कौन भूल पाए

युवा मन की भावनाओं को

युवा मन ही समझ पाए

दो दिलों का मिलन तो


प्रेम की गंगा ही बहाये

नारी तो नर की खान है

नारी अबला नहीं, महान् है

नारी के रूप अनेक


मां, बेटी, पत्नी, बहन

के रूप में सकल जहान है।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational