शहीदों
शहीदों
वीर तुम बढ़े चलो, तुम बढ़े चलो,
हमारे पूर्वजों के जैसे
सैकड़ों शहीदों ने अपने
प्राण को त्याग दिया
हाँ स्त्री पुरुष अपने आपको
त्याग कर
हमारे देश को विमुक्त किया
वीर तुम बढ़े चलो, तुम बढ़े चलो
देश की आज़ादी मिली ,
इतने कष्टों के बाद
लेकिन अब किसी को
परवाह नहीं इस देश की
हाँ फिर आये थे ये विदेशी
हाँ आकर बांटा है
लेकिन नाम बदल गई है
वो ईस्टइंडिया कम्पनी का
वो है कार्परेट का ,
दुनिया भर अब सारी चीजें
फँस गई इस हाथ में ,
किसान से लेकर
वर्तकों तक फँस गए थे
लेकिन अब दुश्मन तो बाहर नगी
ये तो हमारे पास ही है
वी तुम बढ़े चलो, तुम बढ़े चलो।