STORYMIRROR

Sandeep Prajapati

Romance

2  

Sandeep Prajapati

Romance

शायरी संदीप की

शायरी संदीप की

1 min
590

हमे तो लोगो ने भूलना शुरु कर दिया ।

ना जाने हमने कौन सा गुनाह कर दिया।।

छोड़ो फिक्र की बातें हमें क्यों याद करे कोई।

हमने भी बिना उनके रहना सीख लिया।।



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance