धोखेबाज मित्र
धोखेबाज मित्र
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भूल जाना ही मुनासिफ होगा जग में उसे,
बार बार अपनों को गिराना पसंद हो जिसे।
एक गलत मित्र से अच्छा है दस शत्रु हो,
दूरी ठीक है उससे रहती गलत भावना हो जिसे।