Sandeep Prajapati
Others
भूल जाना ही मुनासिफ होगा जग में उसे,
बार बार अपनों को गिराना पसंद हो जिसे।
एक गलत मित्र से अच्छा है दस शत्रु हो,
दूरी ठीक है उससे रहती गलत भावना हो जिसे।
गुरु
शायरी संदीप क...
हिन्द के वीर
धोखेबाज मित्र
प्यारी बेटी