सावन
सावन
बारिश की छम छम सुनकर तू आए,
ये दिल चाहता है !
सावन जो आया अब मुझे,
मेरा सनम याद आता है,
बारिश की दिलकश बूंदे
और अनदेखी हवाएँ,
हाय ये मौसम ए इश्क़ !
बिन तेरे सब तूफान सा उलझ जाता है।
बादल बरसे, तेरे दीदार को हम तरसे,
इस बरस जो तू आए,
हमेशा के लिए रह जाए,
ये दिल चाहता है !
सिर्फ तुझ को ये दिल चाहता है !

