साठ पार
साठ पार
साठ पार अर्थात सीनियर सिटीजन कहलाना कुछ-कुछ अटपटा लगता इन्हें,
ऊपर से मुस्कुरा देती मगर दिल में जलती है ये साठ पार की औरतें,
खुद को बना-सजा कर रखना पसंद करती ये साठ पार की औरतें,
कोई जो अपने से छोटी उम्र का हैलो कर दे , तो मुझ पर फिदा हैं वो ये समझने लगती हैं ये साठ पार की औरतें,
नाती-पोते जब कहते दादी-नानी तो कुर्बान हो जाती ,
मगर कोई ग़ैर आंटी भी कहता तो नाक-भौंह सिकोड़ती ये साठ पार की औरतें,
छोड़कर सलवार सूट और साड़ी , अब फैशन है जींस का ,
ये कह कर जींस पहनना चाहती ये साठ पार की औरतें,
कोई कहे चंद लफ्ज़ तारीफ में हमारी , यही इच्छा रखती साठ पार की औरतें,
नई टेक्नोलॉजी भले ही न आती हो उन्हें, मगर फिर भी कोशिश करती रहती ये साठ पार की औरतें।
अक्सर घर के कामों से नदारद रहकर , बहाना मंदिर का बनाकर
मोबाइल भी चलाने को तो साथ ले जाती ये साठ पार की औरतें,