साल २०२०, ये बात सीखा गया
साल २०२०, ये बात सीखा गया
हमें खुद से खुद की पहचान कराना सीखा गया,
हर परिस्थिति को समझने का प्रयत्न करवाना सीखा गया,
माना, बहुत कुछ छीन लिया इसने, पर,
"जीवन का महत्व" क्या है,
साल २०२०, ये बात सीखा गया। (१)
अपने परिवार का महत्व समझा गया,
बढ़ रही कुछ दूरियों को मिटाता गया,
माना, बहुत परिवार उजाड़े है इसने, पर,
"मकान" को "घर" कैसे बनाते हैं,
साल २०२०, ये बात सीखा गया। (२)
क्या है हमारी असल ज़रूरत वो समझा गया,
बचत का महत्व वो समझा गया,
माना, बहुत लोगों को डुबाया भी है इसने, पर,
"अंत" ही "आरंभ" है,
साल २०२०, ये बात सीखा गया। (३)
हर परिस्थिति में सकारात्मक रहना सीखा गया,
हर इंसान में अच्छाई ढूंढ़ना सीखा गया,
माना, कुछ तत्वों ने दुरुपयोग किया है इसका, पर
"इंसान" को "इंसानियत" का महत्व क्या है,
साल २०२०, ये बात सीखा गया। (४)
तो आइये,
पुराने साल के अनुभव के साथ,
नए साल में नई उम्मीद के साथ,
स्वागत करते है २०२१ का,
जो बाहें फैलाए खड़ी है,
एक नई ज़िन्दगी को जीने के लिए (५)
