रुकना नहीं था मुझको
रुकना नहीं था मुझको
फिर भी कोशिश करूँगा
सब गुस्सा को फेंक के
कामयाब बनने के लिए !
कुछ हासिल नहीं करने का दर्द
रोने भी नहीं देता
और सोने भी नहीं देता,
हर वक्त कहता है
चलो और चलते बनो
एक दिन कामयाब जरूर बनोगे,
बनना भी है मुझे
क्यों की हालत ही कुछ ऐसे है
यो हर पल मतलबी लोगों की
कुछ दिखाने के लिए तड़पने लगें है ।
