रक्षाबंधन..... वो बँधन जो निभाए भाई हरदम
रक्षाबंधन..... वो बँधन जो निभाए भाई हरदम
हिंदुस्तान में वादा बहुत मायने रखता,
बँधन-रक्षा का एक धागे से निभ रहा,
भाई -बहिनों का ये त्यौहार हैं अनोखा।
कृष्ण के बहते खून को द्रोपदी ने रोका,
हाथ पर बांधा अपनी साड़ी का टुकड़ा,
चीरहरण के वक़्त कृष्ण ने वादा निभाया
बहादुर साह ने जब चित्तौड़ पर हमला किया,
विधवा रानी कर्णावती ने खुद को असहाय पाया,
उसने धागा बाँध सम्राट हुमायूँ को भाई बनाया,
सम्राट ने सेना भेज बहन-रक्षा का निभाया वादा।
रक्षाबंधन पर्व अनगिनत पौराणिक कथाओं का,
भारत में आज भी वो परम्परा निभा रहा हर भ्राता,
बहन भाई की कलाई में राखी, भाल पर लगाती टीका,
तीन गाँठ के धागे से रक्षा का वादा कर तोहफ़ा देता।