रक्षाबंधन पर कविता
रक्षाबंधन पर कविता
कच्चे धागे से बनी पक्की डोर है राखी
प्यार और मीठी शरारतें की ओड है राखी
भाई की लंबी उम्र की दुआ है राखी
बहन के प्यार का पवित्र दुआ है राखी
भाई से बहन की रक्षा का वादा है राखी
लोहे से भी मजबूत धागा है राखी
जात-पात और भेदभाव से परे है राखी
एकता का पाठ पढ़ाये जो वो है राखी
बचपन की यादों का चित्रहार है राखी
हर घर में ख़ुशियों का बहार है राखी
रिश्तों के मीठेपन का अहसास है राखी
भाई बहन का परस्पर प्यार है राखी
दिल का सुकून और मीठा सा जज़्बात है राखी
शब्दों की नहीं पवित्र दिलों की बात हैं राखी
