Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

Pratik Prabhakar

Abstract Action Inspirational

4.5  

Pratik Prabhakar

Abstract Action Inspirational

o2 रहित संसार

o2 रहित संसार

2 mins
188


"राजेश जी आजकल ओ2 यानि कि ऑक्सीजन की ख़ूब चर्चा हो रही है" मनोज जी ने अपने पड़ोसी राजेश जी से पूछा। दोनों अपने अपने छतों पर शाम में मास्क लगाए बैठे थे।

राजेश जी ने कहना शुरू किया "हो भी क्यों न जब कोरोना की इस विषम स्थिति में यही एक मात्र कारक है जिसके लेवल को देख यह बताया जा सकता है कि व्यक्ति कितना स्वस्थ है या उसे किन उपचार के तरीकों की आवश्यकता है।'

तो आइये मैं बताता हूँ क्यों जरूरी है ऑक्सीजन और इसके बिना कैसा होगा संसार :-

१) वातावरण में ऑक्सीजन:-

ये तो ज्ञात ही होगा कि वातावरण में नाइट्रोजन के बाद ऑक्सीजन की मात्रा सर्वाधिक है।

२) कैसे होता उत्सर्जन:- हरे पादप प्रकाश संश्लेषण प्रक्रिया के दौरान बनाते हैं ऑक्सीजन।

3) ऑक्सीजन का महत्व पादपों के लिए:- स्वसन प्रक्रिया में पेड़ पौधे भी ऑक्सीजन लेते हैं।

4) मनुष्य के लिए एवं जीव जंतुओं के लिए ऑक्सीजन:- 

सभी मे चयापचय प्रक्रियाओं के लिए ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है यानि कि शारीरिक ऊर्जा के उत्पादन के लिए ऑक्सीजन का होना बेहद जरूरी है।यदि मनुष्य के शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा 90 से कम होती है, कोशिकाओं में ऊर्जा बनना कम हो जाता है।

तो, आप जान ही गए होंगे कि कितना आवश्यक हो जाता है ऑक्सीजन। इसके बिना न तो हम रहेंगे, न आप , न ही पशु -पंछी,न हरे भरे पेड़- पौधे। क्या बिना ऑक्सीजन के संसार की कल्पना करना शरीर के भीतर सिहरन पैदा नहीं करता ? क्या धरती वीरान नहीं हो जाएगी क्योंकि ऑक्सीजन ही एक मात्र कारण है कि यहाँ जीवन है । तभी तो हम अन्य ग्रहों पर भी ऑक्सीजन को ही ढूंढ रहे पानी के रूप में।

तो अब यह अति आवश्यक हो जाता है कि हम पेड़ पौधे लगाएं और ऑक्सीजन की मात्रा को कम न होने दें। और तभी हम अपने और सबके लिए एक अच्छे भविष्य की नींव रख सकते हैं।"

मनोज जी को काफ़ी जानकारी मिल गयी थी उन्होंने राजेश जी को धन्यवाद कहा और गमले में लगे पौधों को पानी देने लगे।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract