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Sunil Gupta teacher

Inspirational

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Sunil Gupta teacher

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राष्ट्रप्रेम गीत (36)

राष्ट्रप्रेम गीत (36)

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देश के दुश्मनों , होश में आओ तुम।

जान के हम खबरदार करते तुम्हें।।

फिर न कहना कि हमको बताया नहीं ।

छोड़ने वाले अब हम , नहीं है तुम्हें।।


क्या गुनाह तुम्हारा , है हमको पता । 

आंखें मूंदें कभी हम हैं , सोये नहीं।।

हम सोते भी हैं तो , खुली आंख रख।

वो तुम्हारा करम है , गवाँरा नहीं।।


देश के प्रहरी हम हैं , सभी जानते।

 दुश्मनों पे नजर हम , गड़ा के रखें।।

 खैर अपनी जो चाहो , संभल जाओ तुम।

 सर के ऊपर गया पानी , डूबोगे तुम।।


देश से बढ़ के कुछ भी , नहीं है हमें। 

देश खातिर जियें , देश खातिर मरे।।

जो मेरे देश से , गद्दारी जन करें।

पीछा छोडूं न उनका , मैं पानी तरे।।



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