STORYMIRROR

Sunil Gupta teacher

Inspirational Others

3  

Sunil Gupta teacher

Inspirational Others

राष्ट्रप्रेम गीत (35)

राष्ट्रप्रेम गीत (35)

1 min
322


  घर के रहो ना घाट के।

  लड़ने को आए थे।  

  अक्ल तुम्हारी हिरा गई क्या ।

  मरने को आए थे।।

 

काल ने ना तुम्हें बुलाया।

 चले खुदई तुम आए थे।

 काल से ना कोई बचा है ।

आके सभी समाये थे।।  


देश तुम्हारा खतम ही समझो ।  

तिरंगे आ लहराए थे।

 भारत मां की गूंज सुना रई ।  

भारती आ गुण गाए थे।।  


जन्म हुआ हम से ही तुम्हारा ।

 हम ही तुमको जाए थे।  

गलती तुम्हारी भारी हो गई ।

 मदर इंडिया आए थे।।  


गलती अब हमसे ना होगी ।  

हम गलती भर पाए थे।  

हम थे और रहेंगे आगे ।

 भारत मां के जाए थे।।




Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational