राष्ट्रीय_शिक्षक_दिवस
राष्ट्रीय_शिक्षक_दिवस
माता-पिता ने जन्म दिया,
पाल-पोसकर बड़ा किया।
गुरुजनों ने शिक्षा देकर,
समाज के बीच में खड़ा किया।।
जिसने भी मेरी अज्ञानता को,
दूर करने में मदद करी।
नकारात्मक विचारों के स्थान पर,
मन-मस्तिष्क में सकारात्मकता भरी।।
वंदन करता हूँ अपने उन,
सभी पूजनीय गुरुओं को आज।
जिन्होंने मुझको राह दिखाई,
बतायी मुझको ज्ञान की बात।।
मेरे खाली मन को भरकर,
सोच को अच्छी राह दिखाई।
अपने जीवन की अमूल्य घड़ियाँ,
मुझको तराशने में बिताई।।
वंदन करता हूँ अपने उन,
सभी मार्गदर्शकों को आज।
जिन्होंने मुझको शिक्षा देकर,
अज्ञानता से दिलाई निजात।।
उन सभी महान व्यक्तित्वों को,
मेरा शत-शत प्रणाम है।
जिसने भी मुझे राह दिखाई,
सभी गुरुओं के समान हैं।।
