राब्ता
राब्ता
तोड़कर राब्ता हमसे वो महफिल से मुँह मोड़ गए
प्यार के रिश्ते को वो कुछ इस तरह तोड़ गए !
होकर मायूस जहां भर की दुश्वारियों से
हम भी ज़िन्दगी से रुख अपना मोड़ गए !
सो गए हैं चैन से हम मौत के आगोश में
इल्ज़ाम वो देते हैं कि हम बेवफा थे बेवफाई से छोड़ गए !