प्यारी धरती
प्यारी धरती
ओ मेरी प्यारी धरती
भगवान से प्रार्थना तू करती
की दे दे इन लोगों कुछ शर्म
बर्बाद मुझे करके कर दिया
इन्होंने बहुत बड़ा कर्म।
चला दिया इन्होंने
गाड़ी, बस, स्कूटर, ट्रक,
और कर दिया मुझे दूषित,
पर इस पर इन्हें बिलकुल भी नहीं है हक़।
फैला दिया प्लास्टिक
फिर प्लास्टिक जाता नदी से समंदर
जीव-जंतु सांस नहीं ले पाते
जो रहते हैं पानी के अंदर।
काट दिए सारे पेड़
बना दी उनकी जगह इमारत
मेरा क्या जाता है
खराब हो गयी उनकी खुद की हालत।
ओ मेरी प्यारी धरती
समझा-समझा कर तू थक गयी है लोगों को
बस एक बार बोल दे इनको की
ज़रा देखो अपने बच्चों को।
ओ मेरी प्यारी धरती
तुझे बचने की कुछ लोग करते कोशिश पूरी
परन्तु बाकि जनों के बिना
यह कोशिश है अधूरी।
ओ मेरी प्यारी धरती
एक दिन बचा के रहेंगे तुझे
क्योंकि रहना है यहाँ,
सब लोगों को और मुझे।
