प्लास्टिक घर-घर से हटाएँगे , प्लास्टिक घर-घर से हटाएँगे ,
दुःख होता है शिक्षित जन जब गंदगी फैलाते हैं, दुःख होता है शिक्षित जन जब गंदगी फैलाते हैं,
समय रहते मिला है हमको मौका, आओ टाले ये खतरा प्लास्टिक का। समय रहते मिला है हमको मौका, आओ टाले ये खतरा प्लास्टिक का।
इसी बात को, अब हमने हैं ठानी हम हिंदुस्तानी, हम हिंदुस्तानी। इसी बात को, अब हमने हैं ठानी हम हिंदुस्तानी, हम हिंदुस्तानी।
लफ्ज़ और नब्ज की, करुं अगर बात तो ! कम पड़ेंगें दिन और रात । लफ्ज़ और नब्ज की, करुं अगर बात तो ! कम पड़ेंगें दिन और रात ।
प्रकृति हमें दे रही संदेश ये निरन्तर, अब ये जानना ही नहीं मानना भी होगा। प्रकृति हमें दे रही संदेश ये निरन्तर, अब ये जानना ही नहीं मानना भी होगा।