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Manoj Murmu

Abstract Romance

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Manoj Murmu

Abstract Romance

प्यार है मुझे

प्यार है मुझे

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हर पल हर समय तेरे यादों में खोया रहता हूँ मैं

कितनी बार कहूँ तुझसे प्यार है मुझे..

क्यों इतनी नादान बने हुए हो तुम इन बातों से

कब तलक मैं कहता रहूं तुझसे प्यार है मुझे...


कभी तो समझा करो मेरे दिल की बातों को

मेरे फीलिंग को समझो तुमसे प्यार है मुझे..

तेरे ओर खींचा चले आता हूँ दिन-रात मै

तेरे ओर खिंचे जाने से समझो प्यार है मुझे..


अब तो बस भी करो प्यारे कितना तड़पाओगे मुझे

तेरे सिवा कुछ चाहत नही है तुमसे प्यार है मुझे..

आ भी जाओ एक बार मेरे दिल का हाल जान लो

दिल बार बार कहता है तुमसे प्यार है मुझे...


न जाने क्यों इतने करीब हो गए हो मेरे दिल के

हर समय दिल कहता फिर तुझसे प्यार है मुझे..

कहीं और मन लगता है तुझे छोड़कर मेरे प्यारे

हर दफा दिल यही पुकारे तुझसे प्यार है मुझे..


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