प्रिय बापू
प्रिय बापू
शांति मंत्र जपते गांधी
जादू किया शांति
मंत्र जपते गांधी,
अहिंसा, विश्वबंधुत्व
अस्त्र के गांधी।
मान, सम्मान सहित
देश को बांधे एकसूत्र में,
वंदेमातरम् किया गुणगान में।
जातिवाद
विवाद पर जीत हासिल,
वस्त्र खादी पहन।
हिल उठा अंग्रेजी
कानून सत्याग्रह अस्त्र के,
धोखा दिया प्रमाण
कर गर्वनर वादा कर के।
नमक, किसान व
हरिजन मुद्दे पर अनशन,
भरोसा दिलाए
जनसमूह को लेकर लाठी शान।
देश आजाद
कराने खुद दिन
बहुविध रूप धारण,
पंद्रह अगस्त
क्रांति लायी देश में
गुलामी हठ कर,
लहराती आजादी की किरण।
