STORYMIRROR

Reena Devi

Abstract

3  

Reena Devi

Abstract

परोपकारी पेड़

परोपकारी पेड़

1 min
945

पेड़ पौधों का अद्भुत जीवन

आपस में ना लड़ते कभी

छोटे बड़े एक साथ खड़े

मिलजुल कर रहते सभी।


हरदम साथ निभाते

हरगम को भुलाते

खुशियां साथ मनाते

साथ हंसते साथ मुस्कुराते।


हर कदम पर धोखा पाते

फिर भी प्यार लुटाते

शायद इसीलिए तो ये

परोपकारी कहलाते।


कभी देते ईंधन कभी ये

फूलों की सुगंध बरसाते

अपने मीठे फलों से ये

मानव की भूख मिटाते।


खुदगर्ज बन मानव फिर

इन्हें ही काट ले जाता

बन मतलबी इनका वो

परोपकार भी देख न पाता।


नासमझ ये तो फिर भी

मानव का साथ निभाते

तजकर जीवन अपना ये

अन्त समय भी काम आते।


काश मानव सीखे इनसे

और समाज सेवक बन जायें

करे मदद मुसीबत में और

परोपकारी कहलाए

परोपकारी कहलाए।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract