पराक्रम दिन...
पराक्रम दिन...
"तूम मुझे खून दो..
मै तुम्हे आजादी दूंगा..।"
कुछ ऐसी ज्योत दिल में जगाई सुभाष जी ने...
भारतमाता के लिए सेना तयार की उन्होने..।
'बेंगाँल टाइगर' की दहाड से...
दुश्मन कांप उठते थे....।
देश की जनता के वह नेता थे...
हर भारतवासी के वो अपने थे..।
आज भी हम नही भूलते हमारे अपनो को..
के अबसे भारतवासी उनके जयंती को..
'पराक्रम दिन'मनाऐंगे.....।
कुछ ऐसा ही पराक्रम कर गए सुभाष जी...
कुछ ऐसा ही देशभक्ती का जुनून दे गए सुभाष जी..।
