फितरत
फितरत
ढूँढना तो इन्सान की,
फितरत में होता है ।
मरने के बाद भी,
वो किनारा ढूँढ ही लेता है ।
और देना तो समुद्र की अदा है।
मरे हुए को भी,
लौटा देता है।
ढूँढना तो इन्सान की,
फितरत में होता है ।
मरने के बाद भी,
वो किनारा ढूँढ ही लेता है ।
और देना तो समुद्र की अदा है।
मरे हुए को भी,
लौटा देता है।