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dhiraj jesvar

Romance Others

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dhiraj jesvar

Romance Others

फेसबुक वाली दोस्ती

फेसबुक वाली दोस्ती

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कभी बाते करते

कभी हँसते मुस्कुराते,

मुलाकात की नही कभी उनसे

फिर ,भी दिल की हर

बाते समझ जाते ।

कभी ऑनलाइन आने का

इंतज़ार करते ,

तो कभी ऑफलाइन होने

पर रुठ जाते ।

कभी रात -रात भर बातो

में मसरूफ हो जाते ,

तो कभी बिना मतलब

ही गुस्सा हो जाते ।

टाइपिंग से कंटालकर इमोजी

से बाते करते,

कुछ इज़हार रह जाए तो

स्टिकर से लड़ते झगड़ते ।

कभी गुस्सा आ जाये तो

हफ्ते हफ्ते भी रूठ जाते,

फिर कभी याद आ जाये उनकी

तो, 200-300 सॉरी भेजे जाते ।

जान पहचान न थी कभी,

फिर भी , लगाव सी हो गयी उनसे,

आज रूबरू मिले है पहली बार

की दिल के तार जुड़ गए फिर से।।

     


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