पहचान
पहचान
खूबसूरती मेरे चेहरे की तो देखता है हर कोई
काश रौशनाई मेरी सीरत की भी देखता कोई
तो होता सफल औरत होकर मेरा आना वहाँ से
जहाँ रूहें होती हैं परे किसी जिस्मानी पहचान से।
खूबसूरती मेरे चेहरे की तो देखता है हर कोई
काश रौशनाई मेरी सीरत की भी देखता कोई
तो होता सफल औरत होकर मेरा आना वहाँ से
जहाँ रूहें होती हैं परे किसी जिस्मानी पहचान से।