नया शायर
नया शायर
सब को बता दूँ कि मैं शायर नया हूँ।
दर्दे जिगर , अब कुछ जान गया हूँ।
पहले चुप था अब कुछ बोल पाया हूँ।
अब कुछ बिन कहे चैन नहीं पाया हूँ।
मेरे करीब हैं वो, जिन्हें मैं शेर सुना पाया हूँ।
जो करें तारीफ मेरी उनका मैं साया हूँ।
जो कह दें एक बार और तो क्या कहने।
हम शायरी के साथ दुआएं भी देंगे।
