नशीली
नशीली
तेरी नशीली आंखों में
यूं डूब जाऊ मैं
की वापस आने का
रास्ता मुझे
कभी भी ना मिले...
मैं गुम हो जाऊ
तेरी घनीं जुल्फों में,
की फिरसे मैं सुलझ न पाऊं...
मैं तुझे चाहता हूं...
क्या तू भी मुझे उतना ही
चाहती है...
तेरी नशीली आंखों में
यूं डूब जाऊ मैं
की वापस आने का
रास्ता मुझे
कभी भी ना मिले...
मैं गुम हो जाऊ
तेरी घनीं जुल्फों में,
की फिरसे मैं सुलझ न पाऊं...
मैं तुझे चाहता हूं...
क्या तू भी मुझे उतना ही
चाहती है...