नज़ाकत
नज़ाकत
1 min
235
नज़ाकत देखकर
हम मर मिटे हैं
तुम पर
करते है जान
निसार तुम पर...
काम नहीं हैं
तुम्हारे सिवा
और कोई...
लग गयी है
लत तुम्हारी
हो गयी है
जैसे कोई
मुझे बीमारी