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Praveen Gola

Inspirational

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Praveen Gola

Inspirational

नृत्य और गीत

नृत्य और गीत

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झन - झन की झंकार ,मीठे स्वरों की पुकार ,ये नृत्य और गीत ही ,भरते जीवन में संचार।

उदास मन जब कोई साथ तके ,तब संगीत सबसे उत्तम साथी बने ,

मन थिरकने का करे जब बार - बार ,नृत्य का विकल्प होता हर बार।

युगों - युगों से ये कलायें हमे लुभा रहीं ,नई - नई विधाओं में अब आ रहीं ,हर बूढ़े और बच्चे के दिल पर करती वार ,गीत - संगीत , नृत्य की लीला अपरम्पार।

जहाँ गीत मनुष्य को सभ्य बनाती ,वहीं नृत्य उसमे नया जीवन लाती ,

जो इन दोनो से करे परहेज हर बार ,उस मनुष्य का जीवन है सबसे बेकार।

इसलिये जब तक जीवन है ,अपनी हर साँस में संगीत भरो ,

जितना हो सके इस शरीर से ,दिन - प्रतिदिन नृत्य करो।

एक दिन ये भी मिट्टी में मिल जायेगा ,गीत - नृत्य इसको बीमारी से बचायेगा ,

खुलकर जीवन जीना भी एक शान है ,हर जीवन की अपनी एक पहचान है।

झन - झन की झंकार ,मीठे स्वरों की पुकार ,ये नृत्य और गीत ही ,भरते जीवन में संचार।|



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