नारियों के प्रति मान
नारियों के प्रति मान
जब तक नर की निगाहों में।
नारियों के प्रति मान ना होगा।
नजाकत हसीन शब्दों का।
जब तक धरा से अंत ना होगा।
पूरे वस्त्र में औरतों को फिर से रहना होगा।
अकेले सफर करते समय संग भाई को रखना होगा।
छोड़ना होगा उन बातों को, जो आग से कहती हैं।
जिस्म को ही सबकुछ समझ कर और कुछ ना जानती है।
ये बातें जो कुत्तों जैसी इन्हें ही तजना होगा।
देश की हर बालिकाओं को देवियां बनना होगा।
और नर पिचासो से अपने को दूर रखना होगा।
कर सकते हो तो दोनों ,नर और नारियों।
देखो तब अपने देश से ये गंदगी मिटा दोगे।
और हर घर की महिलाएं देवियां बन दिखेगी।
वहीं नारायण जैसे जन अपने आप हो जाएंगे।