नारी
नारी


नारी तुम ममता की स्रोत हो
तुम ही श्रृंगार का स्वरूप हो
तुम ही शक्ति, तुम ही भक्ति
एक शीतल मधुर फुहार हो
नारी तुम केवल श्रद्धा हो
तुम ही जननी, तुम ही भगिनी
हो तुम एक प्यारी अर्धांगिनी
हंसती खिलखिलाती बेटी बनकर
हर घर में खुशियां बुनती हो
नारी तुम केवल श्रद्धा हो
नारी तुम जीवन का आधार हो
इस जग का भाग अलंकार हो
प्रेम सुधा बरसाती जग में
सौंदर्य प्रेम की देवी हो
नारी तुम केवल श्रद्धा हो।