मुफ़लिसी
मुफ़लिसी
मैं ढूंढ़ता रहा मुफ़लिसों के घर पक्की बस्ती में !
सड़क पर आया तो जमीं बिछौना थी !!
मैं ढूंढ़ता रहा उन्हें ज़ेवरातों के अंबर में !
जमीं पर पाया तो मिट्टी ही सोना थी !!
मैं ढूंढ़ता रहा उन्हें खुशनसीबों के नसीब में !
बात करके पाया तो जिंदगी एक रोना थी !!
मैं ढूंढ़ता रहा उन्हें अखबारों की सुर्खियों में !
ढूंढ़ने पर पाया बस एक बीमारी कोरोना थी !!
