Mulk ए हिंदुस्तान
Mulk ए हिंदुस्तान
रिश्तो में एहतराम ज़रूरी है
इंसानियत का हर काम ज़रूरी है।
मंदिर, मस्जिदें तो रेत और
पत्थरों से बनती हैं,
मगर इंसानियत सिखाने वाला
इमाम ज़रूरी हैं।
इंसान अच्छा खुद ब खुद
हो जाता हैं ।
दिल मे ईमान ज़रूरी हैं ।
अपने मुल्क से मोहब्बत साबित करना,
सिर्फ फौजियों का काम नहीं।
इसके लिए हर एक इंसान ज़रूरी है ।
इश्क़ किसे नही अपनी सर ज़मी से।
पर आशिके मुल्क होने के लिए
मुल्क ए हिंदुस्तान हैं।
