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Pinky Dubey

Abstract Classics Inspirational

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Pinky Dubey

Abstract Classics Inspirational

मटक मटक कर चली पतंग

मटक मटक कर चली पतंग

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मटक मटक कर चली पतंग

पूँछ हिलाती चली पतंग

खुले आसमानो मे उड़ी पतंग


रंग बिरंगी उड़ी पतंग

मटक मटक कर चली पतंग

उसकी काटूँ की इसकी काटूँ

सोच मे पड़ी पतंग


कभी इधर उड़ी कभी उधर उड़ी

मटक मटक कर चली पतंग

पेंच लड़ाती है पतंग

मचल मचल कर इटलाती


मचल मचल कर उधम मचाती

इस घर के ऊपर तो उस

घर के ऊपर उड़ी पतंग

मटक मटक कर चली पतंग।


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