मोरनी की तरह
मोरनी की तरह
तुम बारिश की वो बूंदों की तरह,
में थिरकती सी मोरनी की तरह,
तुम बरसो ओर में ना नाचूँ,
भला ये भी कोई बात है.!
तुम घूंघराते वो सागर की तरह,
में यूँ ही बहती वो झील की तरह,
तुम्हें बांहों में भरने यूँ दौड़ी ना आऊँ
भला ये भी कोई बात है !
तुम आसमान के वो चांद की तरह,
में धरती पर पड़ती तुम्हारी चांदनी की तरह,
तुम्हें देखूँ और मैं ना शरमाऊँ,
भला ये भी कोई बात है !