STORYMIRROR

Thakur Sakshi Raghav

Inspirational

4  

Thakur Sakshi Raghav

Inspirational

मंजिल पर ध्यान लगा

मंजिल पर ध्यान लगा

1 min
351

जब तू सब से ध्यान हटाकर मंजिल पे ध्यान लगायेगा

तब आयेगी विकट विपत्ति तेरा मन विचलित हो जायेगा

कोई छूटेगा अपना तो कोई रुठा जायेगा तेरा तुझ से

पर तू अपना मन विचलित ना करना इतना सा तू बस करना काम

मंजिल पर तू ध्यान लगाना मेहनत का थामे तू हाथ।

कभी बारिश, कभी कोहरे तो कभी पसीने से तू भीगेगा

कभी छायेगा हर ओर अंधेरा तो कभी सूरज सिर पर मंडरायेगा

कभी वातावरण तो कभी समाज को तू अपनी इच्छा के विपरीत पायेगा

पर तू थोड़ी हिम्मत रखना एक दिन तू सब अपनी इच्छा का पायेगा।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational