Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

Sudhir Srivastava

Abstract

3  

Sudhir Srivastava

Abstract

मन के तारों की शक्ति

मन के तारों की शक्ति

1 min
193


मन के भावों की स्वीकार्यता से

भागना आसान नहीं होता,

आपके चाहने न चाहने से

पीछा छुड़ाना और भी मुश्किल होता।

हम चाहते भी नहीं पर 

उन भावों में उलझकर रह जाते हैं

कुछ अच्छे तो कुछ तीखे अनुभव भी पाते हैं

कभी हंसते मुस्कुराते हैं

तो कभी रोने, सिसकने

कभी घुट घुटकर जीने को लाचार हो जाते।

कहते हैं मन के तार सुदूर से भी जुड़ जाते हैं

हमारे न चाहते हुए भी 

बहुत दूर होकर भी

किसी के मन के भाव, सुख दुख, पीड़ा का

अनुभव करने से न बच पाते,

बड़ी से बड़ी दुविधा में रहते

पिंड छुड़ाना चाहकर भी न छुड़ा पाते।

कोई तो बताए हमको यारों

मन के तार इतनी शक्ति आखिर कहां से पाते?

जो हमको, आपको इतना बेबस कर जाते। 



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract