STORYMIRROR

Abhishek Kute

Romance

4  

Abhishek Kute

Romance

मिले थे जिस दिन तुमसे

मिले थे जिस दिन तुमसे

1 min
167

मिले थे जिस दिन तुमसे

मिले थे जिस दिन तुमसे

लगा जैसे बरसों का नाता हो

जिंदगी के इस सफर में 

बस यही तो अपना हो।


ढूंढ रहे थे हम ख़ुशी

ढूंढ रहे थे हम ख़ुशी

दुनिया के इस मेले में

पर हमे कहा पता था 

की वो तो हमारे सामने ही थी।


कहनी थी वो बात तुमसे

कहनी थी वो बात तुमसे

जो इस दिल में आयी थीं

हलक से जुबान पर 

वो अभी उतरी नहीं थी।


गले लगाना था तुमको

गले लगाना था तुमको

पर लगा वो वक्त नहीं था

शायद ज़िन्दगी का वो पल 

हमारे नसीब में नहीं था।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance