महिला दिवस विशेष
महिला दिवस विशेष
नारी का सम्मान, जीवन दायनी का
सम्मान,
आधी आबादी का सम्मान,
यही है वास्तव में महिला का सम्मान
वह कभी माँ के रूप में, कभी पत्नी के
रूप में, कभी बेटी रूप में जीवन भर करे
पुरुषों के लिए त्याग ,त्याग रूपी उसी
नारी का सम्मान ही है वास्तव में
महिला का सम्मान।
वह कोमल भी है, निर्मल भी है
फूल समान भी है
वह हर घर की शान है वह
समाज की शान है हमारा अभिमान है
वह जीवन भर संघर्ष करती है
फिर भी करती सबका सम्मान है
वह सहनशील है त्याग की मूर्ति है
नित नए करती बलिदान है
वह रखती अपनी अलग पहचान है
यही उसका अभिमान है उसका सम्मान है
नारी शक्ति ने भारत वर्ष की आज़ादी में दिए
अनेकों बलिदान है, यही नारी शक्ति ही
भारत की पहचान है हमारा गर्व है
अभिमान है उसी नारी शक्ति का सम्मान है
नारी को कभी अबला न समझे दुष्ट जन
वह कभी दुर्गा रूप में, कभी काली रूप में,
कभी बन जाती तूफान है वह नित नए
करती बलिदान है
वह समाज की शान है समाज का अभिमान है
हमें उसे देना यथोचित सम्मान है
यही हमारा आज का संकल्प है
नारी का सम्मान है
विश्व महिला दिवस पर सभी महिलाओ को
समर्पित सम्मान है