मेरी सच्ची खुशी
मेरी सच्ची खुशी
मेरी सच्ची खुशी मेरे बच्चों की हंसी।
वह नटखट अदाएं वह प्यारी सी शरारत
मुस्कुराना और रोना और फिर हंसना
याद दिलाता है मुझे मेरा प्यारा बचपन
ना किसी चीज की चिंता ना फिकर ।
मेरी सच्ची खुशी मेरे बच्चों की हंसी।
गुम हो जाती हूं मैं इस हंसी में
भूल जाती हूं मैं अपनी दुख दर्द और अकेलापन
पाती हूं अपने आप को पूरा सा
जब इनके साथ खुद ही बच्ची बन जाती हूं
मैं सच्ची खुशी मेरे बच्चों की हंसी। ्
