जीवन बेहतर हो
जीवन बेहतर हो
कल से अधिक आज का
जीवन बेहतर है तो ,
यह जीवन की प्रगति है
यह जीवन का उन्नयन है।
कल से आज अच्छा हो
तभी आपकी सिद्धि है,
भाव शुचिता से चकित
एक दीप्त आभा चरित्र।
जिस पल भी तू आता है
वह क्षण महनीय बन जाता है,
जीवन में धन्यता आ जाती है
जब परमार्थ परोपकार होता है।
ज्ञान चक्षुओं से अंतर को देखो
परम सत्य को जानो,
रूप नाम भाव के जगत में हम हैं
एक भाव की दृष्टि बनानी है।
