मेरे ख्याल से तुम...।
मेरे ख्याल से तुम...।
मेरे ख्याल से तुम बहुत खूबसूरत हो,
न केवल सूरत, सीरत से भी।।
मेरे ख्याल से तुम सोचती बहुत हो,
न केवल दिमाग, दिल से भी।।
मेरे ख्याल से तुम सपने बहुत देखती हो,
न केवल सोते हुए, जागते भी।।
मेरे ख्याल से तुम्हें मिठास बहुत पसन्द है,
न केवल खाने में, बातों में भी।।
मेरे ख्याल से तुम मासूम बहुत हो,
न केवल जज्बातों से, आँखों से भी।।
मेरे ख्याल से तुम तो देवी सी हो,
न केवल सरस्वती, लक्ष्मी सी भी।।
मेरे ख्याल से तुम फूल सी नाज़ुक हो,
न केवल गुलाब, पारिजात सी भी।।
मेरे ख्याल से तुम स्वयं महकती हो,
न केवल केशर, चन्दन सी भी।।
मेरे ख्याल से खास गुण हैं तुझ में भी,
न केवल क्रोध-नाराज़गी, चिन्ता-प्रेम भी।।
मेरे ख्याल से तुम्हें बहुत चाहता हूँ, गुरु!
न केवल दिल से, कर्म से भी।।
मेरे ख्याल से तुम मुझ में ही समा गई हो,
न केवल साँसों में, रूह में भी।।

