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संजय कुमार

Abstract

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संजय कुमार

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मैं हनुमान

मैं हनुमान

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हे मारुति हम तेरे शरण में आए

दूर करो प्रभु कष्ट हमारे

नाम में तेरे है ऐसी शक्ति

तुझ सा नहीं किसी दूजे की भक्ति

दे दो दरस प्रभु आए द्वार तुम्हारे

हम सब हैं प्रभु दास तुम्हारे


नाम भजू कोई कष्ट न आए

हनुमान जब नाम पुकारे

सब के दुःख प्रभु हरत हो आपे

सारा लोग प्रभु आप से कांपे

भूत प्रेत कोई पास न आए

हनुमान जब नाम सुनाए


सियाराम के है आप दुलारे

सारे भक्त प्रभु आप को प्यारे

सारे जग में किया उजियारा

कण कण में है वास तुम्हारा

छण भर में हो काम हमारे

मन से जो प्रभु नाम पुकारें



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