मैं बुलंद आवाज़ हूँ
मैं बुलंद आवाज़ हूँ


नागरिकों के हक़ की मांग,
गुनहगारों से लड़ती ज़ुबान हूँ..
हर इंसान की मैं पहचान,
मैं बुलंद आवाज़ हूँ !!
चलती हूँ तो रुकती नहीं,
बेख़ौफ़ निडर अभिमान हूँ..
झूठों पर मैं अभिशाप,
मैं बुलंद आवाज़ हूँ !!
झुक जाएगी यह दुनिया सारी,
नेक पथ पर चला अभियान हूँ..
जागरूकता हर घर-घर फैलती,
मैं बुलंद आवाज़ हूँ !!
खिलाफ आतंकियों के उठी,
गोरो को मार-मार भगाया हूँ..
गर्व से सीना तान कर कहती,
मैं बुलंद आवाज़ हूँ !!