माँ
माँ
माँ तूने मेरा
हर दर्द चुराया है,
तेरे आँचल में
मैन हर वक़्त
सुकून पाया है,
जब-जब रखा है
अपना सर तेरे
इन कंधो पर ,
अपने आप को उस
चाँद से ऊपर पाया है।
माँ तूने मेरा
हर दर्द चुराया है,
तेरे आँचल में
मैन हर वक़्त
सुकून पाया है,
जब-जब रखा है
अपना सर तेरे
इन कंधो पर ,
अपने आप को उस
चाँद से ऊपर पाया है।