STORYMIRROR

Ishita G.

Drama Romance

3  

Ishita G.

Drama Romance

LOVE AND SOCIETY

LOVE AND SOCIETY

1 min
224

सिर्फ उसकी बातों में उलझे होते तो कब का छोड़ देते, शायद भुला भी देते,

पर उसने तो हमें दिल से जोड़ा था, उसका दिल कैसे तोड़ते।

लोगों का कहा मान लिया की दिल बच्चा होता है,

पर समय ने सिखा दिया कहीं प्यार भी मासूम होता है।

उसने गम छुपाने की बहुत कोशिश की फिर भी,

उसे रोता देख हम अपने आँसू भूल गए।

फिर उसे वापस पाने की चाह में, अब हम समाज को भी भूल गए।

अब एक दूसरे की खुशी के लिए हम झगड़ा तक भूल गए।

और फिर जब एक दूसरे को जानने लगे तो खुद ज्यादा उसे समझने लगे।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Drama